ये है दुनिया की पहली फ्लाइंग बाइक | Worlds first flying bike

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दुनिया की पहली फ्लाइंग बाइक कौन सी है ( Worlds first flying bike )

दोस्तो क्या आप जानते है कि दुनिया की पहली फ्लाइंग बाइक कौन सी है - Duniya ki pahli flying bike kaun si hai ? (Which is worlds first flying bike) । हम आपको बताते है - दुनिया की पहली फ्लाइंग बाइक XTURISMO है जिसे जापान की एक कंपनी A.L.I Technologies ने बनाया है। यह फ्लाइंग बाइक लगभग 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ सकती है। इसके साथ ही इस XTURISMO होवर बाइक (Hover Bike) के टेस्ट फ्लाइट का वीडियो भी शेयर किया गया है।

कंपनी के सीईओ का कहना है कि फिलहाल इस होवर बाइक को जापान में ट्रैफिक से भरी रोड के ऊपर उड़ाने की इजाज़त नहीं मिलेगी, लेकिन इसे आपातकालीन घटनाओं में मुश्किल जगहों पर जाने के लिए बचाव टीम्स द्वारा इस्तेमाल किया जा सकता है जो की काफी उपयोगी रहेगी । आपको बता दें A.L.I. Technologies ने माउंट फूजी के पास एक रेस ट्रैक पर XTURISMO का एक छोटा टेस्ट फ्लाइट भी किया जो की सफल रहा। आप इस वीडियो को आर्टिकल के अंत में देख सकते हैं।

XTURISMO की खूबिया (Specifications of XTURISMO ) : Reuters के हवाले से पता चला की XTURISMO लिमिटेड वर्जन की कीमत 77.7 मिलियन येन (लगभग 5.10 करोड़ रुपये ) है। इस लिमिटेड एडिशन फ्लाइंग बाइक की पहली यूनिट की डिलीवरी अगले साल की पहली छमाही में शुरू हो जाएगी। यह बाइक 40 मिनट तक 100 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से उठ सकती है। यह पेट्रोल इंजन के साथ-साथ इलेक्ट्रिक इंजन से लैस आती है। कंपनी का लक्ष्य 2025 तक इस फ्लाइंग बाइक का पूरी तरह से इलेक्ट्रिक वर्जन लाना है। 

XTURISMO फ्लाइंग बाइक का वज़न लगभग 300 किलोग्राम है और इसकी लंबाई 3.7 मीटर, चौड़ाई 2.4 मीटर और ऊंचाई 1.5 मीटर है। आपको बता दें यह सिंगल सीटर फ्लाइंग बाइक है। A.L.I Technologies स्टार्टअप को मित्सुबिशी इलेक्ट्रिक (Mitsubishi Electric) और क्योसेरा (Kyocera) का समर्थन हासिल है और कैलिफोर्निया स्थित जॉबी एविएशन (Joby Aviation) से लेकर इज़राइल के AIR तक, A.L.I Technologies को काफी अच्छी फंडिंग भी मिल रही है।

 

साउथ कोरिया आर्टफिशियल सूर्य के जरिए 2026 तक बड़ा रिकॉर्ड बनाने की तैयारी में है । 

Artificial Sun in Hindi : साउथ कोरियाई की सरकार अपने पहले आर्टफिशियल सन ‘KSTAR' के लिए एक तकनीक विकसित करने की योजना बना रही है। एएनआई के मुताबिक, इसके तहत 300 सेकंड के लिए 100 मिलियन डिग्री तापमान बनाए रखने की तैयारी है। परमाणु संलयन तकनीक के व्‍यवसायीकरण के लिए 300 सेकंड जरूरी न्यूनतम समय है। मिनिस्‍ट्री ऑफ साइंस एंड ICT ने 30 दिसंबर को घोषणा की कि उसने कोरिया इंस्टि‍ट्यूट ऑफ फ्यूजन एनर्जी में 16वीं राष्ट्रीय संलयन समिति का आयोजन किया। इस दौरान 'परमाणु संलयन एनर्जी डेवलपमेंट की चौथी बुनियादी योजना (2022-2026)' को अंतिम रूप दिया। साइंस मिनिस्‍ट्री हर 5 साल में परमाणु संलयन ऊर्जा डेवलपमेंट के लिए अपनी पॉलिसीज के लक्ष्य निर्धारित करता है।

आर्टफिशियल सूर्य के रोशनी और गर्मी पैदा करने का मूल सिद्धांत परमाणु संलयन है। सरकार KSTAR के साथ पृथ्वी पर इस सिद्धांत को कृत्रिम रूप से लागू करके बिजली पैदा करने का लक्ष्य बना रही है। कोरियाई रिसर्च टीम ने 2018 में पहली बार KSTAR को 1.5 सेकंड के लिए 100 मिलियन डिग्री पर मेंटेन किया था। पिछले साल इसे 20 सेकंड और इस साल 30 सेकंड के लिए 100 मिलियन डिग्री पर मेंटेन किया गया। 

 

LG ने लॉंच की नेक्सट-जनरेशन OLED EX टेक्नोलॉजी

LG Launched Next Generation OLED EX : LG Display ने अपनी नेक्सट जनरेशन OLED टेक्नोलॉजी को लॉन्च कर दिया है, जिसका नाम  OLED EX बताया जा रहा है। कंपनी के अनुसार, यह टेक्नोलॉजी साधारण ओलेड डिस्प्ले की तुलना में 30 प्रतिशत ज्यादा ब्राइटनेस देगी । इसके अलावा, यह पिक्चर ऐक्यरसी को भी बूस्ट करती है। साथ ही इसमें पतले बेजल्स भी दिए जाएंगे।

कंपनी ने बताया कि पैनल में किए गए सुधार में दो बड़े कारणों की मुख्य भूमिका रही है। पहला LG के OLED पैनल में अब ड्यूटेरियम (Dueterium) नाम के एक खास एलिमेंट का इस्तेमाल किया गया है। वहीं, नए पैनल में अब बिल्कुल नए एल्गोरिथम से लैस इमेज प्रोसेसिंग को जोड़ा गया है।

 

NASA के क्रू6 मिशन के लिए चुने गए ये दो अंतरिक्ष यात्री, 2023 में लॉन्चिंग

NASA selects two astronauts : अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने 2023 में लॉन्‍च होने वाले SpaceX क्रू6 मिशन के लिए दो अंतरिक्ष यात्रियों स्टीफन बोवेन और वुडी हॉबर्ग को चुन लिया है। बता दें इन्‍हें SpaceX की तरह से इंटरनैशल स्‍पेस स्टेशन (ISS) में लॉन्च किया जाएगा। स्टीफन बोवेन स्‍पेसक्राफ्ट के कमांडर होंगे और वही वुडी होबर्ग इसके पायलट रहेंगे। NASA ने बताया है कि आने वाले दिनों में दो और अंतरिक्ष यात्रियों को चुना जाएगा। यह मिशन अमेरिका के फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च होगा। चालक दल के चार सदस्य लो अर्थ ऑर्बिट में ISS पर एक अभियान दल में शामिल होंगे। 

नासा के मुताबिक, स्टीफन बोवेन की स्‍पेस में यह चौथी यात्रा होगी। अपनी सात स्पेसवॉक में वह 40 दिनों से ज्‍यादा समय तक अंतरिक्ष में रह चुके हैं। इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन में उनकी पहली लंबी यात्रा क्रू-6 होगी। अमेरिका के मैसाचुसेट्स के कोहासेट में जन्‍मे बोवेन ने मैरीलैंड में US नेवल अकेडमी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रैजुएशन डिग्री ली है। जुलाई 2000 में उन्‍हें नासा ने अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना था। उससे पहले बोवेन सबमरीन ऑफ‍िसर थे।

 

F1 बेस्ड सेल्फ-ड्राइविंग रेस कार Minerva ने रचा दिया इतिहास

F1 based self driving car Minerva makes history : Tesla के बाद वर्तमान में कई कंपनियां हैं, जो सेल्फ-ड्राइविंग या ऑटोनोमस ड्राइविंग सिस्टम पर काम कर रही हैं। अभी तक आपने इस तरह की टेक्नोलॉजी पर्सनल या कमर्शियल व्हीकल में देखी होगी। हालांकि, CES 2022 में एक कंपनी ने सेल्फ-ड्राइविंग रेस कार दिखाई है। इटालियन अमेरिकी टीम PoliMOVE ने फॉर्मूला वन (F1) कार पर आधारित एक सेल्फ-ड्राइविंग रेस कार विकसित की है, जिसका नाम Minerva रखा गया है। यह रेस कार CES 2022 में इवेंट के दौरान कथित तौर पर 185 kmph (किलोमीटर प्रति घंटा) की रफ्तार से दौड़ती नज़र आई है।

फ्रांसीसी न्यूज़ एजेंसी (Via HT Auto) की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि Minerva रेस कार ने सेल्फ-ड्राइविंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए इस स्पीड को हासिल कर वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित कर दिया है। इस सेल्फ-ड्राइविंग रेस कार को इवेंट के दौरान अन्य सेल्फ-ड्राइविंग व्हीकल (Self driving vehicles) के साथ दौड़ाया गया था, जिसमें इसने करीब 185 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ी। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस सेल्फ ड्राइविंग कार को Kaist नाम की दक्षिण कोरियाई टीम ने कड़ी टक्कर दी थी।



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