By : techchauraha
Wednesday, 9:41 PM, Jan 05, 2022
Published in : Cryptocurrency
दोस्तो जैसे जैसे टेक्नोलॉजी बदल रही वैसे वैसे पेमेंट्स करने के तरीके या कह लीजिये कमाने के तरीके लगातार बदल रहे है। टेक्नोलॉजी के इस बदलते दौर में कई सारी नयी चीजे सामने आई है जैसे कि UPI, eRUPI और क्रिप्टोकरेंसी । इन टेक्नोलॉजी के आने से ट्रांजैक्सन पहले से ज्यादा आसान और सेक्योर होते जा रहे है ।
मजेदार बात ये है कि लोग भी इन कोन्सेप्ट्स को समझ रहे है, इनमे इंटरेस्ट ले रहे है और इनसे अच्छे खासे पैसे भी कमा रहे है। इन दिनो nft kya hai पर ज़ोर शोर से चर्चा हो रही है। बहोत से लोग इसमे इंटरेस्ट ले रहे है और ले भी क्यूँ न जब कुछ दिन पहले ही Twitter के पूर्व CEO Jack Dorsey ने अपने पहले Tweet का एनएफ़टी टोकन बनाकर उसको $2.9 million dollars में बेंच दिया।इसके बाद तो जैसे एनएफ़टी टोकन्स की होड़ लग गयी कई सारे लोग अपनी क्रीएटिविटि दिखा कर अलग अलग चीजों के एनएफ़टी टोकन बनाकर लाखो करोड़ो रूपये कमा रहे है।
जैसे ही Jack Dorsey ने अपना पहला Tweet का NFT Token 2.9 मिलीयन डॉलर में बेंचा उसके बाद ही लोगो ने गूगल पर अलग अलग तरह से सर्च करने लगे जैसे कि - nft kya hai, nft kya hai hindi me, nft kya hoti hai, nft kya hota hai, nft ka matlab kya hai, nft ka full form kya hai । आज हम इस आर्टिकल में इसी बारे में बात करेंगे कि nft kya hai और nft kaise kaam karta hai । तो चलिये ज्यादा समय न लगते हुये बात करते है कि आखिर ये एनएफ़टी क्या है और लोग इससे कैसे पैसे कमा रहे है।
NFT Full Form : दोस्तो एनएफ़टी ( NFT ) का फूल फॉर्म होता है - NON-FUNGIBLE TOKEN
NFT kya hota hai : दोस्तो जिस तरह से Cryptocurrency में अलग अलग प्रकार के टोकन होते है ठीक वैसे ही NFT टोकन भी एक प्रकार का डिजिटल क्रिप्टो टोकन है। चूंकि ये डिजिटल क्रिप्टो टोकन है इसलिए ये Etherium Blockchain टेक्नोलॉजी पर काम करता है मतलब ये हुआ कि ये दूसरी क्रिप्टोकरंसी जितना ही सेक्योर है।
NFT kya hai इसे और अच्छे से समझने के लिए एक एक्जाम्पल लेते है : मान लेते है आपके पास एक 500 rs का नोट है और 500 rs का ही एक दूसरा नोट आपके किसी मित्र के पास भी है। इन दोनों नोटो की वैल्यू सेम है यानि की चाहे आप अपनी नोट से कोई लेनदेन करें या आपके मित्र के पास जो नोट है वो कोई लेनदेन करें तो दोनों की कंडीसन में लेनदेन 500 rs का ही होगा और अगर आप चाहे तो अपनी 500 rs की नोट को अपने मित्र की 500 rs की नोट से बदल ले,उससे कोई भी फर्क नहीं पड़ेगा। कहने का मतलब ये की इस 500 rs नोट की वैल्यू फिक्स ही रहेगी यानि की 500 rs ही रहेगी।
अब होता ये है की आप इंडिया और पाकिस्तान का क्रिकेट मैच देखने जाते है, आप एमएस धोनी जी के फैन है और आप मैच के दौरान अपनी 500 rs की नोट पर धोनी जी का ऑटोग्राफ ले लेते है। तो अब आगे ध्यान से समझिएगा- देखिये 500 rs की नोट तो भारत में बहुत सारी होंगी जैसे कि एक आपके मित्र के पास ही है और ऐसी ही कई 500 rs की नोटे दूसरे लोगो के पास भी होंगी, लेकिन जिस 500 rs की नोट पर आपने धोनी जी का ऑटोग्राफ लिया है उस पर्टीक्लुयर मैच में,उस पर्टीक्लुयर स्टेडियम में और उस डेट में इस वजह से वो आपकी 500 rs की नोट पूरी दुनिया में यूनिक या इकलौती है, कहने का मतलब कि आपकी ऑटोग्राफ वाली 500 rs की नोट पूरी दुनिया में सिर्फ एक ही है और वो आपके पास है। अब इस दशा में अगर आपका मित्र आपके पास आकार कहता है की तुम मेरी 500 rs की नोट ले लो और बदले में अपनी ऑटोग्राफ वाली 500 rs की नोट मुझे दे दो तो आप ऐसा नहीं करेंगे क्यूंकी अब उसकी कीमत सिर्फ 500 rs नहीं है और वो इकलौती ऐसी 500 rs की नोट है जिसपर एमएस धोनी जी ने उस मैच के दौरान उस स्टेडियम में उस टाइम पर अपने ऑटोग्राफ दिये थे। अब आप उस नोट के असली ओनर है और आप चाहे तो आप करोड़ो रुपयो में उसको बेंच सकते है।
तो इस तरह से वो 500 rs की नोट सभी दूसरी नोटो की तरह ही आम नोट थी लेकिन अपनी धोनी की का ऑटोग्राफलेकर उसे यूनिक बना दिया अब उस नोट की जैसी ही दुनिया में कोई दूसरी नोट नहीं हो सकती है, वो यूनिक है।
इसी तरह से लोग अपनी खुद की क्रीएटिविटि दिखा कर या किसी खास आदमी की हेल्प से अपने किसी भी फ़िज़िकल प्रॉपर्टी या खुद से कोई डिजिटल कंटैंट जैसे इमेज , जीआईएफ(इमेज का एक टाइप),औडियो , विडियो क्लिप की एनएफ़टी बना कर उसे बेचते है और लाखो करोड़ो रूपये कमाते है।
जैसे की हमने आपको ऊपर भी बताया था कि इसी तरह Twitter के पूर्व CEO जैक डोरसे ने अपने first tweet के डिजिटल एनएफ़टी टोकन को 2.9 मिलियन डॉलर यानी कि लगभग 3 करोड़ रुपये में बेंचा। ऐसे ही लोग अपनी अलग अलग प्रॉपर्टि को चाहे वो डिजिटल हो या फ़िज़िकल आइटम का एनएफ़टी टोकन बना कर बेचते और खरीदते है। क्यूंकी एनएफ़टी टोकन का लेनदेन इथिरीयम क्रिप्टोकरंसी में होता है और ये ब्लॉकचेन पर काम करती है इसलिए किसी भी एनएफ़टी टोकन को डूप्लीकेट ( कॉपी ) नहीं किया जा सकता है।
उम्मीद करता हूँ इस एक्जाम्पल से nft kya hoti hai ये समझ आ गया होगा आपको। चलिये अब देखते है nft kaise kaam karta hai
NFT kaise kaam karta hai : दोस्तो NFT में अलग अलग तरह की चीज़ो को ( चाहे वो डिजिटल हो जैसे इमेज, औडियो या विडियो या फ़िज़िकल हो जैसे कोई पेंटिंग या कुछ भी कोई युनीक आर्टवर्क ) digitally tokenized किया जाता है। डिजिटल टोकन की form में जैसे कोई आर्टवर्क (Artwork), कोई गेम (Games), कोई वीडियो (Video), कोई भी लाइव वीडियो (Live video broadcast) या फिर कोई भी युनीक वस्तु इसके साथ ही आप अगर अपने कॉलेज की डिग्री या आइडैनटिटि कार्ड की भी NFT बना कर अलग अलग nft marketplace में बेंच सकते है।
चूंकि NFT ब्लॉकचेन तकनीक पर काम करता है इसलिए ये बहोत ही सेक्योर है। ब्लॉकचेन तकनीक एक ऐसा प्लेटफॉर्म हैं, जहां ना सिर्फ डिजिटल करेंसी बल्की किसी भी चीज को डिजिटल बनाकर उसका रिकॉर्ड रखा जा सकता है और आप आसानी से NFT के इस Digital Token के माध्यम से ये प्रमाणित कर पाएंगे कि उस प्रॉपर्टी के असली मालिक आप है।
NFT ki shuruat kab hui thi : दोस्तो एनएफटी यानि कि नॉन-फंजिबल टोकन को पहली बार मई 2014 में केविन मैककॉय (Kevin McCoy) और अनिल दास (Anil Dash) द्वारा बनाया गया था। यह इथेरियम (Ethereum) ब्लॉकचेन तकनीक के सिद्धांत पर काम करता है। इस एनएफ़टी टोकन का नाम “ Quantum ” था । Quantum एक अष्टकोण की एक पिक्सेलयुक्त जीआईएफ इमेज है जो सर्कल, आर्क या अन्य आकृतियों को दर्शाती है जो एक ही केंद्र साझा करते हैं। एस तरह का " Quantum " सात मिलियन डॉलर में बिका।
NFT me kya kya bika hai : दोस्तो एनएफ़टी टोकन में क्या क्या चीजे बेंची जा चुकी है इसकी लिस्ट यहाँ दिखाना तो संभव नहीं है, पर मैं आपको यहाँ कुछ चीजों के बारे में बताऊंगा।
1. Twitter के पूर्व CEO Jack Dorsey ने अपने सबसे पहले Tweet का एनएफ़टी टोकन बनाकर उसको 2.9 Million Dollars में बेंचा।
2. माइक विंकेलमैन एक डिजिटल आर्टिस्ट जिन्हे बीपल के नाम से भी जाना जाता है ने एवरीडेज: द फर्स्ट 5000 डेज नाम का एक एनएफ़टी 69.3 Million Dollars में बेंचा।
3. क्रिस्टोफर टोरेस ने काफी समय पहले एक जीआईएफ ( इमेज का एक प्रकार ) बनाई थी जिसको 500K डॉलर यानि कि 5 लाख डॉलर में बेचा।
बहुत से एक्सपर्ट यह भी बोलते है की NFT टोकन ज्यादा दिन तक नहीं चलने वाले और कुछ का तो यह तक कहना है कि यह भी cryptocurrency की ही तरह मार्केट में धूम मचाएगा। अगर आप नए ट्रेंड को फॉलो करना चाहते है तो जरूर इसे त्ट्राइ कर सकते है। शुरू में कम से कम पैसो का इनवेस्टमेंट करें । मैं यही सलाह दूंगा की आप टेक्नालजी से लगातार जुड़े रहे और नए अपडेट्स पढ़ते रहे। चलिये अब बात करते है कि क्या NFT के कुछ नुकसान भी है।
NFT के कुछ नुकसान भी है जैसे कि –
विग्नेश सुंदरेशन भारतीय मूल के नागरिक है और सिंगापुर में रहते हैं। ये ब्लॉकचेन का बिजनेस करते हैं। विग्नेश जी ने अभी हाल में माइक विंकलमन की एक पेंटिंग 69.3 मिलियन डॉलर में खरीदी।
हालांकि एनएफ़टी टोकन भी क्रिप्टोकुरेंसी की तरह ही ब्लॉकचेन पर काम करता है लेकिन इसमे कुछ अंतर भी होते है -
एनएफ़टी- नॉन फंजिबल टोकन (NFT) |
क्रिप्टोकुरेंसी(Cryptocurrency) |
ये Digital Assets होते है। |
ये Digital करेंसी है। |
इस तरह की Currency किसी Product Ownership के लिए बनाई जाती है। |
इस तरह की Currency Payment करने के Purpose से बनाई जाती है। |
दोस्तो आपको बता दें भारतीय एक्टर सलमान खान BollyCoin के साथ मिलकर अपना NFT कलेक्शन ला रहे हैं। Bollycoin में अतुल अग्निहोत्री, अरमांद पुनावाला और काइल लोपेज सहित कई दूसरे लोग भी शामिल हैं। सलमान खान ने सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स को यह जानकारी दी थी कि वे एनएफटी लॉन्च करेंगे।
अमिताभ बच्चन जी भी NFT लॉन्च करने की तैयारी कर रहे हैं। अमिताभ जी के एनएफटी में उनकी फिल्मों के उनके ऑटोग्राफ वाले पोस्टर शामिल होंगे।
भारतीय क्रिकेटर दिनेश कार्तिक भी एक क्रिकेट मैच के आर्ट रील की डिजिटल नीलामी करने की बात कही थी, जिसमें उन्होंने आखिरी बॉल पर छक्का मारकर जीत दिलाई थी। इसकी मूल कीमत 5 Ethereums (यानी करीब 15 लाख रुपये) रखी गई है।
उम्मीद करते है की एनएफ़टी या नॉन फंजिबल टोकन क्या होता है ये आपको अच्छे से समझ आ गया होगा , अगर आपको कोई डाउट है या आप इस आर्टिकल से संबन्धित अपना कोई फीडबैक देना चाहते है तो नीचे कमेंट बॉक्स में दे सकते है। अगर आपको ये आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तो के साथ भी शेयर करें, धन्यवाद !
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