By : techchauraha
Tuesday, 11:13 AM, Jun 29, 2021
Published in : Technology
हैलो दोस्तो स्वागत है आपका हमारे techchauraha.com पर । दोस्तो अगर आप टीवी देखते हैं तो आपने टीआरपी के बारे में तो सुना ही होगा। पर क्या आप जानते है की TRP क्या है? (What is TRP in Hindi) अगर नहीं तो इस article को पूरा पढे यहां पर हम TRP अर्थात Television Rating Point के बारे में विस्तार से बताएंगे
इस article में आपको टीआरपी क्या है, टीआरपी का क्या महत्व है, TRP क्या होती है, टीआरपी की गणना कैसे होती है? इस सब की जानकारी मिलेगी।
TRP की फुल फॉर्म होती है टेलीविजन रेटिंग पॉइंट (Television Rating Point), मतलब टेलिविजन रेटिंग पॉइंट को short form में टीआरपी कहते हैं। TRP एक ऐसा उपकरण या टूल है, जिसके द्वारा यह पता लगाया जाता है कि टीवी पर कौनसा प्रोग्राम या टीवी चैनल पर प्रचलित है या सबसे ज्यादा देखा जा रहा है। इससे यह अनुमान लगाया जाता है कि एक न्यूज़ चैनल की या किसी प्रोग्राम कितना popular है और इसे कितने लोग पसंद करते हैं। भारत में इंडियन टेलिविजन ऑडियंस मेजरमेंट (Television Audience Measurement India) नाम की एक एजेंसी है, जो टीवी चैनलों के टीआरपी का अनुमान लगाने का काम करती हैं। यह एजेंसी विभिन्न फ्रीक्वेंसी की जांच करके यह पता करती है कि कौनसा टीवी चैनल किस समय पर सबसे ज्यादा देखा गया है। इसी तरह से यह कंपनी कई हजार Frequency का विवरण करके पूरे देश के प्रसिद्ध धारावाहिकों का अनुमान लगाती है। इसके कारण किसी भी प्रोग्राम या चैनल की पॉपुलारिटी को समझने में मदद मिलती है और आसानी से पता चल जाता है कि कौन सा चैनल सबसे ज्यादा देखा जाता है।जिस चैनल को जितने ज्यादा लोग देखेंगे, जितने ज्यादा समय तक देखा जाएगा उस चैनल की टीआरपी उतनी ही ज्यादा होगी। इस टीआरपी से एडवरटाइजर को फायदा होता है और उन्हें ऐड देने के लिए ढूंढने में आसानी होती है।
भारत की इंडियन टेलीविजन ऑडियंस मेजरमेंट एजेंसी एजेंसी टीआरपी को मापने के लिएएक विशेष प्रकार का गैजेट इस्तेमाल करती हैं। TRP मापने वाले यंत्र को पीपल मीटर (People Meter) कहते हैं। 20 मीटर की मदद से टीवी देखने वाले लोगों की आदतों पर नजर रखी जाती है। टीआरपी को मापने के लिए कुछ निर्धारित जगहों पर "पीपल मीटर" लगाया जाता है, जो एक फ्रीक्वेंसी के जरिए यह पता लगाता है कि कहां कौन सा सीरियल देखा जा रहा है और कितनी बार देखा जा रहा है। इस मीटर से टीवी से जुड़ी हर मिनट की जानकारी मॉनिटरिंग टीम के जरिए इंडियन टेलीविजन ऑडियंस मेजरमेंट एजेंसी को भेजी जाती है। इस जानकारी के मिलने के बाद टीम यह तय करती है कि किस चैनल की टीआरपी सबसे ज्यादा है। टेलिविजन रेटिंग पॉइंट (TRP) के हिसाब से सबसे ज्यादा पॉपुलर चैनलों की लिस्ट बनाई जाती है और फिर वीकली या महीने के हिसाब से टॉप 10 टीआरपी टीवी सीरियल, चैनल का डाटा सार्वजनिक किया जाता है। आज के समय में, केवल INTAM (इंडियन टेलीविजन ऑडियंस मेजरमेंट) एकमात्र एजेंसी है जो टीआरपी मापने का काम करती है। इस प्रकार से टीआरपी की गणना होती है।
TRP को इतना ज्यादा महत्व इसीलिए दे जाता है क्योंकि इसका संबंध सीधा चैनल की कमाई से होता है। जिस चैनल को कम दर्शक देखते हैं उसकी टीआरपी गिर जाती है और उस पर एडवर्टाइजमेंट कम मिलते हैं। T.R.P. सबसे ज्यादा Advertisers के लिए महत्वपूर्ण होती है। क्योंकि इससे उन्हें बड़ी आसानी से यह पता लग जाता है कि किस चैनल पर ऐड देने से उन्हें ज्यादा से ज्यादा फायदा होगा।टी. आर. पी. डाटा विज्ञापनदाताओं के लिए बहुत उपयोगी होता है। हर विज्ञापनदाता सबसे ज्यादा टीआरपी वाले चैनल पर ऐड देना पसंद करता है, क्योंकि इससे उसे ज्यादा ऑडियंस मिलते हैं।जिस चैनल की जितनी ज्यादा टीआरपी होती है उसे उतने ही ज्यादा कॉन्ट्रैक्ट मिलते हैं और उसकी उतनी ही ज्यादा कमाई होती है।
आपने टीवी पर चैनल देखते समय बीच बीच में 1-2 मिनट के Ads जरूर देखें। इन्हीं के जरिए टीवी चैनल की कमाई होती है। अधिकतर टीवी चैनलों की कमाई का जरिया विज्ञापन ही होते हैं।विज्ञापनदाता अपनी कंपनी, प्रोडक्ट और सर्विस का प्रमोशन करने के लिए टीवी चैनलो पर अपना विज्ञापन दिखाने के लिए करोड़ों रुपए देते हैं।अब जिस टीवी चैनल की टीआरपी सबसे ज्यादा होगी, मतलब उसे सबसे ज्यादा लोग देखते होंगे। इसीलिए विज्ञापनदाता सबसे ज्यादा टीआरपी वाले चैनलों पर विज्ञापन देना पसंद करते हैं।इससे उनके Ad सबसे ज्यादा लोगों तक पहुंचते हैं और उन्हें ज्यादा बेनिफिट मिलता है।
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