भविष्य की बेहतरीन 10 Technology ( top 10 future technology)

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हैलो दोस्तो techchauraha.com blog पर आप सभी का स्वागत है । जैसा की आप जनते ही होंगे टेक्नोलॉजी क्षेत्र दिन प्रतिदिन तरक्की करता जा  रहा है रोजाना कोई ना कोई नई Technology launch की जा रही है। आने वाले समय में कुछ ऐसी technologies आएँगी जो दुनिया का भविष्य बदल देंगी। इस आर्टिकल में हम आपको ऐसी ही Top 10 Future Technologies के बारे में बताने वाले हैं जो हमारा भविष्य बदलने में सक्षम हैं। चलिये शुरू करते हैं-

टेक्नोलॉजी ने दुनिया को काफी प्रभावित किया है, आज इंसान तकनीकी के बिना अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकता है । हम चाहे कितनी भी कोशिश कर ले पर हमे जीवन के किसी न किसी phase मे technology का प्रयोग करना ही पड़ेगा । यहां तक कि सुबह से लेकर शाम तक, हम हर रोज इसका उपयोग करते हैं।

किसी भी चीज के फाइडे और नुकसान दोनों होते है technology ने भी अगर कई छेत्रों मे लोगो के जीवन को आसान बनाया है तो कई छेत्रों मे टेक्नोलॉजी ने इंसानी जीवन पर बुरा असर भी डाला है।लेकिन फिर भी हम इस बात को नकार नहीं सकते कि टेक्नोलॉजी की वजह से दुनिया की तस्वीर लगातार बदल रही है। जैसे कि यहां पर बताएगी top 10 emerging technologies जो भविष्य में लोगो के बहुत काम आएंगी।

 

भविष्य में आने वाली Top 10 Technologies -

आने वाले समय में दुनिया भर में सोशल रोबोट्स से लेकर न्यूक्लियर रिएक्टर्स जैसी कई तरह की नयी तकनीकी पेश की जाएगी। World Economic Forum (WEF) की एक नई रिपोर्ट के के अनुसार कुछ आने वाली तकनीकें ग्लोबल सोशल और आर्थिक व्यवस्था को प्रभावित कर सकती है। वैसे तो भविष्य में बहुत सारे future technology update आएंगे लेकिन यहां पर हम Top 10 Future Technologies की बात करेंगे।

1. Bioplastics : दुनिया भर में प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जाता है, यह बात तो हम सभी जानते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि पूरी दुनिया में 15% से भी कम प्लास्टिक को रिसाइकल कर पाया जाता है और बाकी की सभी प्लास्टिक को ऐसे ही छोड़ दिया  जाता है। जो नदी, नालो से होते हुये समुद्र मे जमा हो जाती है इसी प्लास्टिक का काफी अंश धरती मे भी जमा रहता है जिससे जो आगे चलकर  पर्यावरण प्रदूषण का कारण बंता है, जोकि केवल इंसानों के लिए ही नहीं बल्कि जानवरों और पूरी प्रकृति के लिए खतरनाक है । इसीलिए वैज्ञानिको ने  बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक (Biodegradable plastic) नाम के प्लास्टिक को बनाया है जो हो रहे पर्यावरण प्रदूषण को काफी हद तक कम कर देगा या कहिए खतम ही कर देगा । इसमें किसी भी तरह का कोई मैटेरियल इस्तेमाल नहीं किया जाता है जो प्रकृति को नुकसान पाहुचती हो ।इसे वृक्ष और पौधों के खराब हिस्से के सेल्यूलोज या लिग्निन (Cellulose or Lignin) का उपयोग करके बनाया गया है।

2. Metalenses : किसी भी मोबाइल फोन, स्मार्टफोन, लैपटॉप, कंप्यूटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज में इस्तेमाल होने वाले लैंसेज (lenses) को बनाना किसी नॉर्मल ग्लास कटिंग (normal glass cutting) की तुलना में काफी ज्यादा जटिल होता है। ये लेंस आकार मे छोटे और पतले होते हुये भी इनकी क्षमताएं ज्यादा होती है। इन्हें ही metalenses कहते हैं।आने वाले समय में तकनीकी इतनी एडवांस हो जाएगी कि किसी भी लेंस का विकल्प बनाना और उसे छोटा या बड़ा आकार देना बहुत आसान हो जाएगा।

3. Social Robots : अब तक विज्ञान ने खुद को काफी विकसित कर लिया है जिसकी बदौलत हम आज रोबोट्स का उपयोग आवाज, चेहरा और भावनाओं को पहचानने के लिए करने लगे है। आजकल हम सभी के मोबाइल फोन मे google assistance नाम का एक feature होता है जो artificial intelligence का ही एक अच्छा उदाहरण है । Google Assistant के अलावा गूगल, फेसबुक जैसे सोशल प्लेटफॉर्म पर यूजर्स के इंटरेस्ट का पता करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल होता है। रोबोट्स यानी असिस्टेंट्स ने हमारी जिंदगी को बहुत आसान बना दिया है। इसके जरिए बच्चों को पढ़ाना और बूढ़ों का ख्याल रखना आसान हो गया है। यहां तक कि hackers भी hacking के लिए रोबोट्स का इस्तेमाल करने लगे हैं।

4. Smarter fertilizers : हाल ही में फर्टिलाइजर्स में बहुत से सुधार किए गए हैं। ये fertilizers धीरे-धीरे जरूरत पड़ने पर पोषक तत्वों को रिलीज करते हैं। इनकी मदद से किसानों को अच्छी फसल उगाने में आसानी होती है। भविष्य में नए फर्टिलाइजर्स में पहले की तुलना में ज्यादा इकोफ्रेंडली नाइट्रोजन (Eco-friendly Nitrogen) और माइक्रो ऑर्गेनाइज्म (Microorganisms) का उपयोग किया जाएगा, जो पौधों के लिए ज्यादा बेहतर है।

5. Disordered proteins : विकारयुक्त प्रोटीन कैंसर जैसी के अन्य बीमारियों की वजह बनते हैं। पारंपरिक प्रोटीन्स के विपरीत इनमें रिजिड स्ट्रक्चर (Rigid Structure) यानी कठोर संरचना की कमी होती है।इस वजह से इसका आकार बदलने लगता है और बीमारी का इलाज करना बहुत मुश्किल हो जाता है। अब वैज्ञानिकों ने इसके इलाज के लिए एक तरीका खोज निकाला है।जो इस प्रकार की किसी बीमारी का इलाज या उसे ठीक करने में मदद करते हैं। Future of technologies इस प्रकार की बीमारियों के इलाज को और भी आसान बनाने वाली खोज करने वाले हैं।

6. DNA data storage : हमारे data storage system काफी ज्यादा ऊर्जा (power) का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन ये ज्यादा मात्रा में डाटा स्टोर (store) नहीं रख सकते हैं।ऐसे में अब DNA आधारित data storage बनाए जा रहे हैं, जो कि कंप्यूटर हार्ड ड्राइव (Hard drive) का लो-एनर्जी (Low Energy) विकल्प है।इनकी क्षमता बहुत ज्यादा होती है। यहां तक कि इसमें दुनिया का एक वर्ष का सारा डाटा केवल 1 वर्ग मीटर वाले डीएनए क्यूब (DNA Cube) में store किया जा सकता है।

7. Safer nuclear reactors : हम सभी जानते हैं कि न्यूक्लियर पावर कार्बन डाइऑक्साइड नहीं बनाती है लेकिन फिर भी इसके साथ आने वाले रिअक्टर्स सेफ्टी रिस्क (Safety risk) के साथ आते हैं और फ्यूल रॉड को Overhit करते हैं।अगर इन्हें पानी के साथ में mix किया जाए तो ये हाइड्रोजन बनाते हैं, इससे ये फट सकते हैं। लेकिन अभी जो नए फ्यूल सिस्टम उभरकर आ रहे हैं या भविष्य में आने वाले हैं, उनमें कम हीट बनती है। अगर ज्यादा hit बनती भी है तो ना के बराबर हाइड्रोजन (Hydrogen) उत्पन्न करती हैं। भविष्य में पुरानी फ्यूल रॉड को नई fuel rod में रिप्लेस किया जा सकता है।

8. Collaborative telepresence : आपने ऑगमेंटेड रियलिटी (Augmented reality) और वर्चुअल रियलिटी (Virtual reality) के बारे में तो सुना ही होगा। लेकिन इन्हें मिला दिया जाए तो क्या होगा?ऑगमेंट रियलिटी, वर्चुअल रियलिटी,  5G नेटवर्क और एडवांस सेन्सर्स के mixer से अलग अलग कमरों में होते हुए भी एक दूसरे को देखना और हाथ मिलाना संभव है।यानी कि जब ये future or technologies आ जाएगी तो डॉक्टर अपने मरीजों का रिमोटली इलाज कर पाएंगे। इसके अलावा और भी कई सारे काम आसान हो जाएंगे।

9. Advance food tracking and packaging : क्या आप जानते हैं कि हर वर्ष में करीबन 600 मिलियन लोग खराब और दूषित खाना खाते हैं। ऐसे में यह बहुत जरूरी हो गया है कि इसके सोर्स का पता लगाया जाए । जिस काम को चेक करने में पहले हफ्ते लग जाते हैं थे अब उसे मिनटों में चेक किया जा सकता है। टेक्नोलॉजी इतनी ज्यादा तरक्की कर रही है  की किसी भी प्रकार के पैक सामान को सेंसर की मदद से ट्रैक करने के साथ-साथ उसका खराब या सही होने का भी पता लगाया जा सकेगा।

10. Utility-scale storage of renewable energy : हम सभी समझ सकते हैं कि बिना हवा और सूरज एनर्जी स्टोर कर पाना मुश्किल काम होता है। आने वाले समय में लिथियम-आयन बैटरीज (Lithium Ion battery) स्टोरेज टेक्नोलॉजी से आगे बढ़ जाएंगी।एक छोटी बैटरी में 8 घंटे से ज्यादा ऊर्जा स्टॉल की जा सकेगी। जय हमारी हर जरूरत है डिमांड पूरी की जा सकती है। मतलब की और बैटरी तकनीकी में आने वाले दशक में ज्यादा विकास होगा।आप देख सकते हैं कि सौर ऊर्जा जैसी कई नई-नई टेक्नोलॉजी ने पावर प्रॉब्लम को काफी हद तक कम कर दिया है। आने वाले समय में यह और भी आसान होगी।

आपको बता दे आने वाले कल में टेक्नोलॉजी की मदद से हमारा जीवन और भी ज्यादा आसान होगा। अगर आपको यह article अच्छा लगा हो  तो इसे share जरूर करें, धन्यवाद !



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